सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

ऐंड्रॉयड फोन या टैब से ऐसे हटाएं वायरस

ऐंड्रॉयड फोन या टैब से ऐसे हटाएं वायरस

अगर आपके स्मार्टफोन में भी कोई वाइरस आ गया है तो आगे जानें, कैसे उसे पहचाना जा सकता है और कैसे हटाया जा सकता है...

आमतौर पर ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन वाइरस की चपेट में नहीं आते। कुछ ऐसे ऐड्स होते हैं, जो आपको गलत जानकारी देते हुए दिखाते हैं कि आपके फोन में वाइरस है और इसे ठीक करने के लिए हमारा ऐप डाउनलोड कर लीजिए। इसके अलावा कई बार फोन में अन्य तरह की गड़बड़ियां भी आ जाती हैं, जिससे वह ठीक से काम नहीं करता। मगर इसका मतलब यह नहीं कि ऐंड्रॉयड फोन एकदम सेफ होते हैं। इनमें भी वाइरस आ सकते हैं।

  • हर कहीं से ऐप न डाउनलोड करें
वाइरस कैसा भी हो, ऐंड्रॉयड में वह ऐप्स की मदद से घुसपैठ करता है। आपके फोन या टैब में वाइरस हो तो सबसे पहले ऐप्स चेक करें। गूगल प्ले स्टोर से बाहर का कोई भी ऐप डाउनलोड नहीं करना चाहिए। मेसेज वगैरह से आए किसी लिंक से भी ऐप डाउनलोड न करें। हाल ही में गूगल प्ले स्टोर में भी कुछ खतरनाक ऐप्स की जानकारी मिली है। इसलिए ध्यान दें कि कहीं से भी ऐप डाउनलोड करना हो, पहले उसके बारे में पूरी जानकारी जुटा लें। अगर कोई ऐप खोलने पर फोन हैंग हो रहा हो या अजीब तरीके से व्यवहार कर रहा हो, संभावना है कि वह वाइरस हो। उसे हटाने की कोशिश करें, अगर कोई दिक्कत आए तो समझ जाइए कि यह मैलवेयर है।


  • फैक्टरी रीसेट करें
अपने​ स्मार्टफोन की सेटिंग्स में जाएं और सिक्यॉरिटी ऑप्शन में जाकर Unknow Sources (allow installation of apps from unknown sources) को डिसेबल रखें। डिसेबल नहीं है तो डिसेबल कर दें। आप ऐंटीवाइरस ऐप भी इंस्टॉल कर सकते हैं। 360 मोबाइल सिक्यॉरिटी और Avast जैसे कई ऐप्स हैं। अगर कोई ऐसा वाइरस ऐप आ गया है तो अनइंस्टॉल ही नहीं हो रहा तो फैक्टरी रीसेट करें, यह हट जाएगा। मगर इसके साथ ही अन्य डेटा और ऐप्स भी साफ हो जाएंगे। फोन वैसा हो जाएगा, जैसा यह खरीदने पर मिला था।


  • डेटा गंवाए बिना ऐसे हटाएं वाइरस
​अपने फोन या टैबलट को सेफ मोड पर डालें। इस मोड में थर्ड पार्टी ऐप्स और वाइरस रन नहीं कर पाते। सेफ मोड में फोन कैसे डालना है, इसके लिए गूगल पर How to put (यहां अपने फोन के मॉडल का नाम लिखें) into safe mode सर्च करें और इंस्ट्रक्शन फॉलो करें। सेफ मोड में जाने के बाद आपको स्क्रीन के लेफ्ट बॉटम पर Safe Mode लिखा मिलेगा।

अब Settings में जाकर Apps पर जाएं और Downloaded टैब खोलें। यहां चेक करें कि कौन से ऐप को आपने इंस्टॉल नहीं किया है। या फिर जो ऐप हट नहीं रहा हो, उसे तलाशें। उस ऐप पर टैप करें और Uninstall कर दें। आमतौर पर यहीं से ज्यादातर वाइरस हट जाते हैं। मगर कई बार ऐसे ऐप्स का Uninstall बटन ग्रे नजर आता हो। ऐसा तब होता है, जब वाइरस ने खुद को ऐडमिन स्टेटस दे दिया हो।

  • ऐडमिन स्टेटस वाले वाइरस को ऐसे हटाएं
सेफ मोड में जिस ऐप का अनइंस्टॉल बटन न दिख रहा हो, उसे हटाने के लिए Apps को एग्जिट करें और सेटिंग्स में Security > Device Administrators में जाएं। यहां पर उन ऐप्स की लिस्ट मिल जाएगी, जिन्हें ऐडमिनिस्ट्रेटर स्टेटस मिला है। जिन ऐप्स को हटाना है, उनका यह स्टेटस टैप करके हटा दें। इसके बाद आप वापस Apps मेन्यु में जाएं और Uninstall पर टैप करके उस संदिग्ध ऐप को हटा दें। अब सेफ मोड से बाहर जाने के लिए फोन को फिर से रिस्टार्ट कर दें।

इस तरह की प्रक्रिया अगर आपको जटिल लगती है तो हमेशा सावधानी बरतें। कभी भी इधर-उधर से कोई ऐप डाउनलोड न करें। साथ ही कोई ऐंटी-वाइरस इंस्टॉल करके रखें।

 स्रोत और उद्धरण
आप सभी लोगों का स्नेह प्राप्त करना तथा अपने अर्जित अनुभवों तथा ज्ञान को वितरित करके आप लोगों की सेवा करना ही मेरी उत्कट अभिलाषा है। आप जिस विषय को भी Search या तलाश रहे है अगर वो आपको नहीं मिला या अधुरा मिला है या मिला है लेकिन कोई कमी है तो तुरंत निचे कमेंट डाल कर सूचित करें, आपको तुरंत सही और सटीक सुचना आपके इच्छित विषय से सम्बंधित दी जाएगी.

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

इनपुट, आऊटपुट और सीपीयु

Input Device:- Input Device वे Device होते है जिनके द्वारा हम अपने डाटा या निर्देशों को Computer में Input करा सकते हैं| Computer में कई Input Device होते है ये Devices Computer के मस्तिष्क को निर्देशित करती है की वह क्या करे? Input Device कई रूप में उपलब्ध है तथा सभी के विशिष्ट उद्देश्य है टाइपिंग के लिये हमारे पास Keyboard होते है, जो हमारे निर्देशों को Type करते हैं| “Input Device वे Device है जो हमारे निर्देशों या आदेशों को Computer के मष्तिष्क, सी.पी.यू. (C.P.U.) तक पहुचाते हैं|” Input Device कई प्रकार के होते है जो निम्न प्रकार है –     Keyboard     Mouse     Joystick     Trackball     Light pen     Touch screen     Digital Camera     Scanner     Digitizer Tablet     Bar Code Reader     OMR     OCR     MICR     ATM etc.  Output Device:- Output Device वे Device होते है जो User द्वारा इनपुट किये गए डाटा को Result के रूप में प्रदान करते हैं | Output Device के द्वारा कंप्यूटर से प्राप्त परिणामो (Result) को प्राप्त किया जाता है इ

मेमोरी किसे कहते है

Memory (मेमोरी) यह Device Input Device के द्वारा प्राप्त निर्देशों को Computer में संग्रहण (Store) करके रखता है इसे Computer की याददाश्त भी कहाँ जाता है| मानव में कुछ बातों को याद रखने के लिये मष्तिस्क होता है, उसी प्रकार Computer में डाटा को याद रखने के लिए मेमोरी (Memory)  होती हैं| यह मेमोरी C.P.U का अभिन्न अंग है,इसे Computer की मुख्य मेमोरी (Main memory), आंतरिक मेमोरी (Internal Memory), या प्राथमिक मेमोरी (Primary Memory) भी कहते हैं| “किसी भी निर्देश, सूचना, अथवा परिणामों को स्टोर करके रखना मेमोरी कहलाता हैं|” कंप्यूटरो में एक से अधिक मेमोरी होती है हम उनको सामान्यतः प्राथमिक (Primary) व द्वितीयक (Secondary) मेमोरी के रूप में वर्गीकृत कर सकते है  प्राथमिक मेमोरी अस्थिर (Volatile) तथा स्थिर (Non-Volatile) दोनों प्रकार कि होती है| अस्थिर मेमोरी (Temprery Memory) डेटा को अस्थाई रूप से कंप्यूटर ऑन होने से लेकर कंप्यूटर बंद होने तक ही रखते है अर्थात कंप्यूटर अचानक बंद होने या बिजली के जाने पर कंप्यूटर से डाटा नष्ट हो जाता है स्थिर मेमोरी (Permanent Memory) आपके कंप्यूटर को प्रारं

कम्प्यूटर के विभिन्न भाग

कम्प्यूटर के विभिन्न भाग कम्प्यूटर के मुख्यत: दो हिस्से होते हैं. 1. हार्डवेयर (Hardware) 2. सॉफ्टवेयर (Software) हार्डवेयर :  कम्प्यूटर के भौतिक हिस्से जिन्हे हम देख या छू सकते हैं वो हार्डवेयर कहलाते हैं. ये भाग मशीनी (मैकेनिकल),इलेक्ट्रीकल (electrical) या इलेक्ट्रोनिक (electronic) हो सकते हैं. हर कम्प्यूटर का हार्डवेयर अलग अलग हो सकता है. यह इस बात पर निर्भर करता है कि कम्प्यूटर किस उद्देश्य के लिये प्रयोग में लाया जा रहा है और व्यक्ति की आवश्यकता क्या है. एक कम्प्यूटर में विभिन्न तरह के हार्डवेयर होते है जिनमें मुख्य हैं.सी.पी.यू. (CPU), हार्ड डिस्क (Hard Disk) , रैम (RAM), प्रोसेसर (Processor) , मॉनीटर (Monitor) , मदर बोर्ड (Mother Board) ,फ्लॉपी ड्राइव आदि. इनकी हम विस्तार से चर्चा आगे करेंगें. कम्प्यूटर के केबल, पावर सप्लाई युनिट,की बोर्ड (Keyboard) , माउस (Mouse) आदि भी हार्डवेयर के अंतर्गत आते हैं. की बोर्ड , माउस , मॉनीटर , माइक्रोफोन , प्रिंटर आदि को कभी कभी पेरिफेरल्स (Peripherals) भी कहा जाता है. सॉफ्टवेयर :  कम्प्यूटर हमारी तरह हिन्दी या अंग्रेजी भाषा नहीं समझता.हम कम