सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

फ्री ऐंटीवाइरस - आपके कंप्यूटर के लिए

स्मार्टफोन्स पर अगर आप कोई ऐंटीवाइरस या ऐंटी-मैलवेयर ऐप न भी इंस्टॉल करें तो चलेगा मगर पर्सनल कंप्यूटर के बारे में यह बात नहीं कही जा सकती। आपके कंप्यूटर या लैपटॉप को कई तरह से खतरा होता है। कभी इंटरनेट से वाइरस आ जाते हैं तो कभी पेन ड्राइव से। इनमें से कुछ आपके सिस्टम को करप्ट कर सकते हैं तो कुछ आपके डेटा को हैकर्स के पास भेज देते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपने PC को अच्छे ऐंटीवाइरस सॉफ्टवेयर से सिक्यॉर कर लें। इसके लिए आप फ्री ऐंटी-वाइरस सॉफ्टवेयर भी इंस्टॉल कर सकते हैं जो इंटरनेट से आसानी से डाउनलोड किए जा सकते हैं। ये सिक्यॉरिटी सॉफ्टवेयर रियल-टाइम प्रॉटेक्शन देते हैं और गड़बड़ी करने वाले मैलवेयर्स के लिए स्कैनिंग करते हैं।
  • Avira Free Antivirus

यह काफी तेज है और अच्छी तरह काम करता है। विंडोज के लिए एविरा (Avira) बेहतरीन फ्री ऐंटीवाइरस है। एविरा फ्री ऐंटीवाइरस बेहद साफ-सुथरे ढंग से काम करता है और आपके सिस्टम में कम से कम दखल देता है। आप चाहें तो फ्री में दूसरे पैकेज (सिक्यॉर ब्राउजर, वीपीएन और सेफसर्च प्लगइन वगैरह) भी इंस्टॉल कर सकते है।
 
  • AVG Antivirus Free

क्लियर इंटरफेस के साथ यह बेहतरीन ऐंटीवाइरस है। AVG ऐंटीवाइरस फ्री काफी तेजी से स्कैन करता है और यह इस्तेमाल करने में काफी आसान है। इसे आप अपने मोबाइल ऐप के साथ कंबाइन कर सकते हैं और स्कैन शुरू कर सकते हैं। आप मशीन को बंद किए बिना इसकी मदद से उसे इन्फेक्शन फ्री कर सकते हैं।
  • Panda Free Antivirus

यह ऐंटीवाइरस क्लाउड के जरिए आपके कंप्यूटर से लोड हटाता है। पांडा फ्री ऐंटीवाइरस दुनिया में सबसे हल्का ऐंटीवाइरस होने का दावा करता है, लेकिन यह एविरा से कुछ स्लो है। सामान्य तौर पर प्रोसेसिंग का काफी काम यह आपके पीसी से लेकर क्लाउड पर डाल देता है। यह बहुत तेजी से स्कैन करता है। इसे यूज करना इतना आसान है कि नई टेक्नॉलजी के इस्तेमाल में बहुत ज्यादा हिचकने वालों को भी कोई परेशानी नहीं होती है।
  • Comodo Antivirus

विंडोज के लिए यह काफी अच्छा ऐंटीवाइरस है। कोमोडो (COMODO) फ्री ऐंटीवाइरस काफी दमदार है। इसमें 'डिफॉल्ट डिनाइ' मोड है, जो ऐसे हर प्रोग्राम को ब्लॉक कर देता है, जो आपकी पसंदीदा लिस्ट में न हो। इसका मतलब यह भी है कि अगर आप किसी चीज को आने देते हैं और मशीन इन्फेक्टेड हो जाए तो यह आपकी गलती होगी। इसमें क्लाउड स्कैनिंग होती है, लिहाजा सैद्धांतिक तौर पर देखें तो यह हर नए खतरे के प्रति अलर्ट रहता है और सभी यूजर्स को ऑटोमैटिकली अपडेट करता रहता है।
  • ZoneAlarm Free Antivirus + Firewall

इंटरनेट के शुरुआती दौर में बैक नाम से फायरवॉल्स डिवेलप करने वालों की ओर से यह एक दमदार वायरस और मैलवेयर प्रॉटेक्शन सॉफ्टवेयर है। उस शुरुआती दौर में जोनअलार्म अग्रणी फ्री फायरवॉल था। लिहाजा इसमें कोई हैरत की बात नहीं है कि जोनअलार्म फ्री ऐंटीवाइरस में बाय डिफॉल्ट एक फायरवॉल है। अगर आप विंडोज की अपनी फायरवॉल को यूज करने में सक्षम न हों तो इस ऐंटीवाइरस का यह फीचर बड़े काम का साबित होता है। इसे कॉन्फिगर करना आसान है।

स्रोत और उद्धरण
आप सभी लोगों का स्नेह प्राप्त करना तथा अपने अर्जित अनुभवों तथा ज्ञान को वितरित करके आप लोगों की सेवा करना ही मेरी उत्कट अभिलाषा है। आप जिस विषय को भी Search या तलाश रहे है अगर वो आपको नहीं मिला या अधुरा मिला है या मिला है लेकिन कोई कमी है तो तुरंत निचे कमेंट डाल कर सूचित करें, आपको तुरंत सही और सटीक सुचना आपके इच्छित विषय से सम्बंधित दी जाएगी.

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

इनपुट, आऊटपुट और सीपीयु

Input Device:- Input Device वे Device होते है जिनके द्वारा हम अपने डाटा या निर्देशों को Computer में Input करा सकते हैं| Computer में कई Input Device होते है ये Devices Computer के मस्तिष्क को निर्देशित करती है की वह क्या करे? Input Device कई रूप में उपलब्ध है तथा सभी के विशिष्ट उद्देश्य है टाइपिंग के लिये हमारे पास Keyboard होते है, जो हमारे निर्देशों को Type करते हैं| “Input Device वे Device है जो हमारे निर्देशों या आदेशों को Computer के मष्तिष्क, सी.पी.यू. (C.P.U.) तक पहुचाते हैं|” Input Device कई प्रकार के होते है जो निम्न प्रकार है –     Keyboard     Mouse     Joystick     Trackball     Light pen     Touch screen     Digital Camera     Scanner     Digitizer Tablet     Bar Code Reader     OMR     OCR     MICR     ATM etc.  Output Device:- Output Device वे Device होते है जो User द्वारा इनपुट किये गए डाटा को Result के रूप में प्रदान करते हैं | Output Device के द्वारा कंप्यूटर से प्राप्त परिणामो (Result) को प्राप्त किया जाता है इ

मेमोरी किसे कहते है

Memory (मेमोरी) यह Device Input Device के द्वारा प्राप्त निर्देशों को Computer में संग्रहण (Store) करके रखता है इसे Computer की याददाश्त भी कहाँ जाता है| मानव में कुछ बातों को याद रखने के लिये मष्तिस्क होता है, उसी प्रकार Computer में डाटा को याद रखने के लिए मेमोरी (Memory)  होती हैं| यह मेमोरी C.P.U का अभिन्न अंग है,इसे Computer की मुख्य मेमोरी (Main memory), आंतरिक मेमोरी (Internal Memory), या प्राथमिक मेमोरी (Primary Memory) भी कहते हैं| “किसी भी निर्देश, सूचना, अथवा परिणामों को स्टोर करके रखना मेमोरी कहलाता हैं|” कंप्यूटरो में एक से अधिक मेमोरी होती है हम उनको सामान्यतः प्राथमिक (Primary) व द्वितीयक (Secondary) मेमोरी के रूप में वर्गीकृत कर सकते है  प्राथमिक मेमोरी अस्थिर (Volatile) तथा स्थिर (Non-Volatile) दोनों प्रकार कि होती है| अस्थिर मेमोरी (Temprery Memory) डेटा को अस्थाई रूप से कंप्यूटर ऑन होने से लेकर कंप्यूटर बंद होने तक ही रखते है अर्थात कंप्यूटर अचानक बंद होने या बिजली के जाने पर कंप्यूटर से डाटा नष्ट हो जाता है स्थिर मेमोरी (Permanent Memory) आपके कंप्यूटर को प्रारं

कम्प्यूटर के विभिन्न भाग

कम्प्यूटर के विभिन्न भाग कम्प्यूटर के मुख्यत: दो हिस्से होते हैं. 1. हार्डवेयर (Hardware) 2. सॉफ्टवेयर (Software) हार्डवेयर :  कम्प्यूटर के भौतिक हिस्से जिन्हे हम देख या छू सकते हैं वो हार्डवेयर कहलाते हैं. ये भाग मशीनी (मैकेनिकल),इलेक्ट्रीकल (electrical) या इलेक्ट्रोनिक (electronic) हो सकते हैं. हर कम्प्यूटर का हार्डवेयर अलग अलग हो सकता है. यह इस बात पर निर्भर करता है कि कम्प्यूटर किस उद्देश्य के लिये प्रयोग में लाया जा रहा है और व्यक्ति की आवश्यकता क्या है. एक कम्प्यूटर में विभिन्न तरह के हार्डवेयर होते है जिनमें मुख्य हैं.सी.पी.यू. (CPU), हार्ड डिस्क (Hard Disk) , रैम (RAM), प्रोसेसर (Processor) , मॉनीटर (Monitor) , मदर बोर्ड (Mother Board) ,फ्लॉपी ड्राइव आदि. इनकी हम विस्तार से चर्चा आगे करेंगें. कम्प्यूटर के केबल, पावर सप्लाई युनिट,की बोर्ड (Keyboard) , माउस (Mouse) आदि भी हार्डवेयर के अंतर्गत आते हैं. की बोर्ड , माउस , मॉनीटर , माइक्रोफोन , प्रिंटर आदि को कभी कभी पेरिफेरल्स (Peripherals) भी कहा जाता है. सॉफ्टवेयर :  कम्प्यूटर हमारी तरह हिन्दी या अंग्रेजी भाषा नहीं समझता.हम कम